देशभर में खासकर दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंचने के मामले में राज्यसभा में गुरुवार को कुछ सदस्यों के ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। राज्यसभा की संशोधित कार्यसूची में इस विषय को लोकहित के महत्वपर्ण विषय पर पेश ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के लिये सूचीबद्ध किया गया। इस प्रस्ताव का नोटिस भाजपा सदस्य आरके सिन्हा, विजय गोयल और केजे अलफोंस ने दिया है। उल्लेखनीय है कि वाय प्रदषण के मद्दे पर आवास एवं I शहरी मामलों के मंत्रालय की विभाग संबंधी संसद की स्थायी समिति ने भी बधवार को ने पर्यावरण मंत्रालय सहित अन्य संबट केंदीय एजेंसियों से इस दिशा में किए गए उपायों की समीक्षा की थी। उच्च सदन में शासन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के माध्यम से यह विषय पर्यावरण ची के संज्ञान में लाया जा सकेगा। इसके अलावा भाकपा ने भी राज्यसभा में नियम 267 के तहत कार्यस्थगन प्रस्ताव का नोटिस देकर भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन सहित सार्वजनिक क्षेत्र की पांच कंपनियों में सरकार की पूरी हिस्सेदारी बेचे जाने के मद्दे पर चर्चा कराने की माँग की है। राजस्थान ने बीजेपी सांसद विजय गोयल ने कहा. प्रदूषण पर चर्चा इसलिए हो रही है कि राजधान प्रदूषित हो गई है। केन्द्र सरकार ने बहत कळ किया है लेकिन दिल्ली सरकार ने कछ नहीं किया। 10 हजार से ज्यादा लोग सांस लेने के चलते मर गए। आज सांस लेना 25 सिगरेट के बराबर है। दिल्ली सरकार ने 50 लाख मास्क बांटकर भ्रष्टाचार कर दिया है। दिल्ली में जल प्रदषण इतना ज्यादा है कि बोतल का पानी पीना पड रहा है।
Friday, November 22, 2019